सुपर मेज़बान स्पॉटलाइट : कुछ खोना है, कुछ पाना है, जीवन का यही फ़साना है

एक विधवा मेज़बान की आपबीती, जिन्होंने देश-विदेश से आने वाले मेहमानों की मेज़बानी करके अपने जख़्मों को भरना सीखा।
Airbnb द्वारा लिखा गया, 8 फ़र॰ 2019 को प्रकाशित किया गया
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7 जन॰ 2022 को अपडेट किया गया

सुपर मेज़बान मैरिएन ने खुद को 'क्राफ़्ट्समैन' में अचानक तन्हा पाया, जिसे उन्होंने और उनके स्वर्गीय पति ने साथ मिलकर बड़ी मेहनत से सँवारा था। अपनी ज़िंदगी के बिखरे मोतियों को हिम्मत के धागे से पिरोने के लिए, उन्होंने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया और अपने घर के दरवाज़े दुनिया भर से आने वाले मेहमानों के लिए खोल दिए। वे अपनी ज़ुबानी बताती हैं कि मेज़बानी ने किस तरह उनकी ज़िंदगी को नए मायने दिए और एक महिला उद्यमी होने का क्या महत्त्व है :

मेरे लिए ज़िंदा रहने का एक खुशगवार पहलू यह था कि इस मकान में लोगों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई।

माइक की मृत्यु होने पर मुझे ऐसा लगा, मानो मेरा सबकुछ खो गया हो। मेरी ज़िंदगी वीरान और बेमानी हो कर रह गई थी। मई 2017 में वे सर्जरी के लिए गए थे। सर्जरी को वैसे तो एक सामान्य प्रक्रिया की तरह ही अंजाम दिया जाना था, लेकिन कुछ जटिलताओं की वजह से वे अपनी ज़िंदगी की जंग हार गए। इस हादसे के चार दिन पहले ही, हमने अपने दांपत्य जीवन की 26वीं सालगिरह मनाई थी।

मेरे बेटी भी मेरे साथ रहने के लिए यहीं आ गई थी। तकरीबन एक साल बाद, वह अचानक ही यहाँ से दूसरी जगह रहने चली गई और मैं घर में फिर से अकेली रह गई।

मुझे कोई खास घटना या कारण याद नहीं है, जिससे प्रेरित हो कर मैंने मेज़बानी शुरू की थी। यह बात मेरे ज़हन में कहीं घूमती रहती थी। और फिर मैं सितंबर 2017 में अपने दोस्तों से मिलने ऑरेगॉन की यात्रा पर गई, जहाँ मैं एक Airbnb लिस्टिंग में ठहरी। मेज़बान एक बहुत ही नेकदिल इंसान था और मैंने उसे बताया कि मेरे साथ क्या हुआ था। फिर मेरे मन में यह विचार उमड़ने लगा कि मेज़बानी का काम मैं भी कर सकती हूँ।

मेरे पति की मौत के बाद, उनकी पेंशन आनी बंद हो गई और मेरे लिए यह आमदनी का बड़ा नुकसान था। मैं खुद एक टीचर, लेखक और लैंडस्केपर का काम करती हूँ। बस मैं ऐसी जगह में नहीं थी, जहाँ मैं खुद पर फ़ोकस कर पाती।

मुझे लगता था कि Airbnb आसानी से पैसे कमाने का ज़रिया भर है। लेकिन यह एक काम है। और एक अकेली महिला होने के नाते, मुझे सुरक्षा की चिंता भी सताती रहती थी। मैंने मेहमानों के कमरों और अपने कमरे के लिए ताले खरीदे, लेकिन मुझे लगता है कि मैंने बस एक बार ही अपने दरवाज़े पर ताला लगाया था, जब एक मेहमान ने बहुत देर रात चेक इन किया था। मेरे एक मेज़बान दोस्त ने मुझे सुझाया कि मैं अपने घर का ब्यौरा लिखूँ, ताकि उसे पढ़कर यहाँ ऐसे लोग आएँ, जिन्हें मैं यहाँ देखना चाहूँगी और यह तरकीब तब से अब तक कारगर रही है। हो सकता है मेरी बात थोड़ी बचकानी लगे, लेकिन मुझे लगता है कि ज़्यादातर लोग अच्छे होते हैं।

मेज़बानी करना मेरे लिए बहुत कुछ संन्यासी जीवन बिताने जैसा बन गया। यह मेरे लिए मकान को साफ़-सुथरा रखने और हिम्मत न हारने की वजह बन गई। बस आपको थोड़ी हिम्मत से काम लेना होता है। वे सभी अच्छी चीज़ें थीं।

यहाँ आने वाला हर व्यक्ति मुझे माइक की याद दिलाता है। यह एहसास मुझे दुःख के साथ-साथ ताकत भी देता है।

उन्हें इस घर को सँवारना पसंद था। वे एक बढ़ई थे। जब हमने साल 1995 में यह मकान खरीदा था, तो यह खस्ताहाल था, ऊपरी हिस्से को मरम्मत की सख्त ज़रूरत थी, लेकिन उन्होंने अपने हुनर से इस जगह को एक खूबसूरत आशियाने में तब्दील कर दिया। कुछ मायनों में, मुझे उनकी रूह और उनकी ऊर्जा का एहसास अभी भी होता है, जब लोग इस मकान में आते हैं और लकड़ी की कारीगरी देखकर बरबस ही “वाह, कमाल है” कह उठते हैं।

मुझे बेहद गर्व महसूस होता है। मुझे यह एहसास हम दोनों के लिए होता है। कितनी अच्छी बात है कि मैं इसे शेयर कर सकती हूँ।

शुरू-शुरू में मैं अपने मेहमानों को बताया करती थी कि मेरे पति हाल ही में चल बसे थे। फिर धीरे-धीरे मेरा दुःख कम होता गया और मैं उनसे दूसरी बातें भी शेयर करने लगी।

मेहमानों के मामले में मैं बेहद खुशकिस्मत रही हूँ। चूँकि मैं सैंटा मोनिका में रहती हूँ, वे बीच पर, घाट पर और वेनिस जाना चाहते थे, इसलिए सच कहूँ तो मैंने उन्हें देखा ही नहीं। मुझे अभी भी बहुत सारी जगह और ढेर सारी शांति की ज़रूरत थी, इस लिहाज़ से मेरे लिए यह काम बिल्कुल सही था।

कभी-कभी हम कॉफ़ी की चुस्कियाँ लेते हुए गपशप करते हैं या फिर बाहर पोर्च में झूले पर बैठकर हाथों में वाइन का गिलास थामे, समुंदर की बयार का मज़ा लेते हैं। कुछ मेहमानों से बातचीत करके दिल बाग-बाग हो उठता था। इससे वह मशहूर कहावत बरबस याद आ जाती थी कि ज़िंदगी कभी नहीं रुकती।

मेज़बानी करना मेरे लिए बहुत कुछ संन्यासी जीवन बिताने जैसा बन गया।
Marianne,
सैंटा मोनिका, कैलिफ़ोर्निया

मेरी एक मेहमान, नौजवान युवती थी। मैंने उसे नहीं बताया था कि माइक चल बसे थे, लेकिन शायद वह घर में लगी तस्वीरों से यह बात समझ गई थी। उसने मुझे बताया कि कुछ महीने पहले एक दुर्घटना में उसके बॉयफ़्रेंड की भी मौत हो गई थी। तब मुझे लगा कि यह जगह इतने कमाल की है कि यहाँ सिर्फ़ मकान के ही नहीं, बल्कि दिल के दरवाज़े भी खुल जाते हैं। शायद उस युवती को भी ऐसा ही लगा होगा, जिसकी वजह से वह अपना दुःख किसी ऐसे इंसान के साथ बाँटकर अपना मन हल्का कर सकी, जो उसकी भावनाओं को समझता था। और मेरे लिए वह एक ऐसी साथी थी, जिसके साथ मैं माइक के बारे में बातें कर सकती थी। हम दोनों एक ही दौर से गुज़र रहे थे और हमारे बीच विचित्र समानता थी। हमने कभी-कभी एक दूसरे को SMS भी भेजे। मैं नहीं जानती कि वह लौटकर आएगी या नहीं, लेकिन कुछ समय के लिए हमने एक-दूसरे की ज़िंदगी के अनछुए पहलुओं को टटोला ज़रूर था।

यूँ तो मेज़बान के रूप में हम जगह शेयर करते हैं, लेकिन कभी-कभी यह एक ऐसी जगह बन जाती है, जहाँ हम और भी बहुत कुछ शेयर करते हैं।

अपने घर के दरवाज़े खोलकर, मैं लोगों को तब भी कुछ दे सकती थी, जब मुझे खुद अंदर ही अंदर खालीपन महसूस होता था।

अब मेरा खुद का व्यवसाय है। और अपना मालिक खुद बनने और अपनी ज़िंदगी के हर मोड़ की दिशा खुद तय करने का काम अपने आप में इतना बड़ा है कि इसके बारे में जितना कहा जाए, कम है। जब कोई महिला अपना व्यवसाय खुद चला रही हो, तो उसे अंदर ही अंदर बड़ी ताकत महसूस होती है।

हो सकता है लोग इसे हैरत की नज़र से देखें, लेकिन किसी अजनबी का स्वागत करना एक बड़ा ही पवित्र एहसास है। मेज़बान के रूप में, हम थके-मांदे यात्रियों के गाइड का काम करते हैं। और जब हम दर्द, चोट और अकेलेपन से गुज़र रहे होते हैं, तो उनसे बातचीत करने पर मन हल्का हो जाता है और हमें आराम महसूस होता है।

फ़ोटो - मैरिएन के सौजन्य से

Airbnb
8 फ़र॰ 2019
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